निपल यानी स्तनों का मिलन की क्रिया में औरत और मर्द दोनों ही के लिए बहुत महत्त्व होता है. पुरुष के लिए स्तन औरत के शरीर का सबसे खुला और स्पष्ट आकर्षण होते हैं. पुरुष सुन्दर और सुडौल स्तनों वाली महिला की तरफ जल्दी आकर्षित होते हैं. वहीं खूबसूरत स्तन न सिर्फ औरत के अंदर आत्मविश्वास पैदा करते हैं बल्कि स्तन औरत के एरोजेनस ज़ोन्स (कामोद्दीपक भाग) का हिस्सा होने की वजह से महिला को सम्भोग की क्रिया में ऑर्गैज़म तक पहुँचने में मदद करते हैं.
पुरुष चाहे तो औरत के स्तनों को सही प्रकार से उत्तेजित करके उसको चरम सुख तक ले जा सकता है और स्खलित भी कर सकता है, बशर्ते कि वह जानता हो कि औरत के स्तनों को उत्तेजित करने का सही तरीका क्या है.
आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे कि औरत के स्तनों को उत्तेजित करने और चूसने का सही तरीका क्या है. वह तरीका जिसकी मदद से औरत सिर्फ और सिर्फ स्तनों की उत्तेजना से ही चरम सुख तक पहुँच सकती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि औरत के स्तन इतने शक्तिशाली एरोजेनस अंग होते हैं कि कई बार तो बिना योनि और क्लाइटोरिस को उत्तेजित किये ही मात्र स्तनों की उत्तेजना भी औरत को चरम सुख तक पहुंचाने के लिए काफी होती है. आइये जानते हैं कि औरत के स्तनों को चूसने और स्तनों को उत्तेजित करने का सही तरीका क्या है.

प्रेम
जैसा कि काम क्रिया की पहली और अनिवार्य शर्त है कि पुरुष स्त्री से प्रेम करता हो और स्त्री पुरुष से प्रेम करती हो. प्यार के बिना मिलन की क्रिया सिर्फ घर्षण सुख के अलावा कुछ नहीं रह जाती है और अगर आपको वास्तविक काम सुख भोगना है तो औरत और मर्द के बीच का प्यार पहली शर्त है. स्तनों के माध्यम से स्त्री को सुख देने की भी यही शर्त है कि स्त्री क्रिया करने वाले पुरुष से प्रेम करती हो.
सही समय और स्थान
स्तन चूसकर आंनद लेने और देने में यह भी शर्त है कि लड़का और लड़की दोनों ही निश्चिन्त हों. समय और जगह दोनों अनुकूल हों.
लड़की मिलन के लिए तैयार हो
प्रकृति ने काम क्रिया में यूं तो लड़के को कर्ता और लड़की को कर्म बनाया है और इसी वजह से लड़का कई बार लड़की की दिलचस्पी को पूरी तरह से नज़रअंदाज़ करके सिर्फ अपने मज़े पर फोकस करता है जोकि गलत है. पूर्ण भोग के लिए ज़रूरी है कि लड़की भी काम क्रिया के लिए मन और तन से तैयार हो.
स्तनों को उत्तेजित करने का सही तरीका
स्तनों को उत्तेजित करने की सही विधि छह क्रियाओं पर आधारित है :
1 . सहलाना (Massaging ) : लड़का लड़की के स्तनों को हलके हाथ से सहलाये. शुरू में बारी बारी से एक-एक स्तन को सहलाये और फिर कभी एक साथ दोनों स्तनों को सहलाये तो कभी एक को फिर दूसरे स्तन को सहलाये. सहलाने की क्रिया परिधि (बाहर) से शुरू करके अंदर की तरफ हो तो कभी विपरीत दिशा में. अंगुली से निपल को छेड़ना चाहिए.
2 . दबाना (Squeezing ) : लड़का लड़की के स्तनों को हलके प्रेशर के साथ दबाये. यह क्रिया लड़की को बहुत अधिक आनंद देती है और लड़की के निपल कड़े होने लगते हैं जोकि इस बात का संकेत होता है कि लड़की को अच्छा लग रहा है. दबाव कभी भी एक सीमा से ज़्यादा नहीं होना चाहिए और न ही एक बार में लम्बे समय तक दबाव बनाये रखना चाहिए क्योंकि अधिक दबाव स्तनों में गांठें पैदा कर सकता है.
3. चाटना (Licking ) : स्त्री के स्तन को लड़का जब जीभ से चाटता है तो स्तनों में मौजूद नर्व्ज़ का जाल लड़की के शरीर में प्लेज़र सेंसेशन भेजने लगता है और इस समय लड़की बहुत अधिक आनंद महसूस करती है.
4. चूसना (Sucking ) ; स्तनों को उत्तेजित करने में निपल को चूसने का बड़ा रोल है. लड़के को चाहिए कि वो एक एक निपल को बारी बारी से चूसे. साथ ही हाथों से स्तनों को दबाता भी रहे.
5. लवबाइटिंग (Love biting और Nibbling ) बहुत ही कम प्रेशर के साथ लड़का जब लड़की के स्तनों को मुँह में लेकर दांतों से चिकोटी काटता है तो लड़की ऑर्गैज़म के करीब पहुँच जाती है. ध्यान रहे निब्लिंग बहुत ही ध्यान से होनी चाहिए और दबाव इतना कम हो कि दांत के निशान भी न दिखाई दें.
6. पिंचिंग (Pinching ) : हलके दबाव से निपल को दो अँगुलियों से दबाना.
इन छह क्रियाओं से लड़की के स्तनों को उत्तेजित किया जाता है. ये क्रियाएं किसी क्रम में नहीं है बल्कि अपने हिसाब से किसी भी क्रम में की जा सकती है. बल्कि दो क्रियाएं एक साथ भी की जा सकती हैं.
अगर आप स्तनों के साथ अपने अनुभव को एक अलग ही स्तर पर ले जाना चाहते हैं तो आप एक्स्ट्रा प्लेज़र के लिए कुछ और भी कर सकते हैं जैसे लोशन और लुब्रिकेंट से स्तनों की मसाज, आइसिंग (स्तनों पर बर्फ छुआना ) और निपल वाइब्रेटर्स का इस्तेमाल आदि.