जल्दी झड़ना (Premature Ejaculation – PE) एक आम यौन समस्या है जो पूरी दुनिया के लगभग 40 प्रतिशत या उससे भी ज़्यादा पुरुषों को प्रभावित करती है। यह विषय अक्सर गलतफहमियों और शर्म की वजह से चर्चा में कम आता है। PE तब होता है जब एक आदमी संभोग के दौरान अपनी या अपने साथी की इच्छा से पहले ही झड़ जाता है, जिससे असंतोष और तनाव पैदा होता है। यह समस्या जीवन के किसी न किसी मोड़ पर लगभग 3 में से 1 पुरुषों को प्रभावित करती है, जिससे यह पुरुषों में सेक्स संबंधित सबसे आम समस्याओं में से एक बन जाती है।
इसके प्रचलन के बावजूद, PE के बारे में बात करना अभी भी एक टैबू है, अक्सर शर्मिंदगी या समझ की कमी के कारण। इस स्थिति के आस-पास कई मिथक हैं, जैसे कि यह धारणा कि यह केवल युवा पुरुषों में होता है या यह कि यह केवल मानसिक है, जबकि सच्चाई यह है कि PE विभिन्न कारणों से हो सकता है और इसे समझना और इलाज करना दोनों ही संभव है। इस लेख का उद्देश्य है कि आपको जल्दी झड़ने के बारे में अधिक जानकारी प्रदान की जाए और यह बताया जाए कि आप इस समस्या का प्राकृतिक तरीकों से सामना कैसे कर सकते हैं।
शीघ्रपतन या शीघ्रस्खलन या जल्दी झड़ने की समस्या को गहराई से समझें

जल्दी झड़ना, जिसे शीघ्रपतन (Premature Ejaculation – PE) कहा जाता है, ये वो हालत है जब पुरुष संभोग के दौरान बहुत जल्दी वीर्यपात (Ejaculation) कर देते हैं। इसका मतलब है कि उनका पानी उनके या उनके पार्टनर की चाहत से पहले ही निकल जाता है, जिससे दोनों को सेक्स में कम संतुष्टि मिलती है। ये समस्या कभी-कभी या फिर ज्यादातर समय में भी हो सकती है।
बहुत से लोग सोचते हैं कि शीघ्रपतन सिर्फ युवा पुरुषों में होता है, लेकिन ये किसी भी उम्र के पुरुषों को हो सकता है। और ये न सिर्फ मानसिक (Psychological) वजहों से, बल्कि शारीरिक (Physical) कारणों से भी हो सकता है। जैसे कि हार्मोनल समस्याएं (Hormonal Issues), संक्रमण (Infections) या न्यूरोलॉजिकल कंडीशंस (Neurological Conditions)।
ये जानना जरूरी है कि शीघ्रपतन कोई बीमारी नहीं है, बल्कि ये एक आम सेक्सुअल समस्या है जिसका इलाज मुमकिन है। इस सेक्शन में हम शीघ्रपतन के कारणों पर चर्चा करेंगे और देखेंगे कि कैसे प्राकृतिक तरीकों से इसका सामना किया जा सकता है।
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शीघ्रपतन के कारण
शीघ्रपतन के कई कारण हो सकते हैं, और ये मनोवैज्ञानिक (Psychological) से लेकर शारीरिक (Physical) तक विविध होते हैं। कुछ पुरुषों में, ये समस्या तनाव (Stress), चिंता (Anxiety), या अन्य मनोवैज्ञानिक मुद्दों की वजह से होती है। परफॉरमेंस प्रेशर भी शीघ्रपतन का एक बड़ा कारण हो सकता है, जब पुरुषों को लगता है कि उन्हें हर बार ‘परफेक्ट’ परफॉरमेंस देनी चाहिए।
शारीरिक कारणों में हार्मोनल संतुलन की समस्याएं, प्रोस्टेट या थायराइड जैसी स्थितियों के साथ-साथ संक्रमण या सूजन भी शामिल हो सकते हैं। कुछ मामलों में, शीघ्रपतन जेनेटिक (Genetic) भी हो सकता है।
इन कारणों को समझना जरूरी है क्योंकि इलाज अक्सर इन्हीं कारणों की पहचान पर निर्भर करता है। आगे के सेक्शन्स में हम इन कारणों को दूर करने वाले प्राकृतिक उपायों की चर्चा करेंगे।
रिश्तों और मानसिक स्वास्थ्य पर असर

शीघ्रपतन न सिर्फ सेक्स लाइफ पर, बल्कि रिश्तों और आत्म-सम्मान पर भी गहरा असर डाल सकता है। यह समस्या साथी के साथ नजदीकी को प्रभावित करती है और कई बार रिश्ते में तनाव का कारण बन सकती है। पुरुषों में इससे खुद को लेकर निराशा और आत्म-संदेह पैदा हो सकता है, जिससे उनका आत्मविश्वास कम होता है।
मानसिक स्वास्थ्य की बात करें तो, शीघ्रपतन की वजह से चिंता और तनाव बढ़ सकता है, और कई मामलों में यह अवसाद (Depression) की ओर भी ले जा सकता है। लेकिन याद रखें, आप अकेले नहीं हैं जो इस समस्या से जूझ रहे हैं, और इसका समाधान संभव है।
शीघ्रपतन के लिए प्राकृतिक उपचार
शीघ्रपतन से निपटने के लिए कई प्राकृतिक उपाय मौजूद हैं। इनमें जीवनशैली में बदलाव, आहार में सुधार और तनाव कम करने वाले तरीके शामिल हैं। रोजाना व्यायाम करना और संतुलित भोजन लेना शरीर की समग्र स्थिति को बेहतर बनाता है और सेक्सुअल परफॉरमेंस को भी सुधार सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी जरूरी है। ध्यान (Meditation), योग और तनाव प्रबंधन के अन्य तरीके आपके मानसिक संतुलन को बेहतर बनाने और शीघ्रपतन को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, कुछ हर्बल उपचार जैसे कि अश्वगंधा, शतावरी, और गोक्षुरा भी यौन स्वास्थ्य में सुधार ला सकते हैं।
इन हर्बल उपायों के लाभों के साथ-साथ, यह भी महत्वपूर्ण है कि सही मात्रा में और सही तरीके से इनका उपयोग किया जाए। इसके लिए आयुर्वेदिक विशेषज्ञ या एक स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लेना सबसे अच्छा होता है।
आगे हम शीघ्रपतन को देरी से करने के लिए कुछ तकनीकों पर नजर डालेंगे, जो आपके स्टैमिना को बढ़ाने में मदद कर सकती हैं।
शीघ्रपतन को देरी से करने की तकनीकें
संभोग के समय को बढ़ाने के लिए कई तरीके और तकनीकें हैं जो आप आजमा सकते हैं। इनमें ‘स्टार्ट-स्टॉप’ तकनीक और ‘स्क्वीज़’ तकनीक शामिल हैं, जो सेक्स के दौरान उत्तेजना के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती हैं।
क्या होती है स्टॉप एण्ड स्टार्ट टेक्नीक और कैसे इसका फायदा उठायें

देखिए, ‘स्टार्ट-स्टॉप’ तकनीक एक ऐसा तरीका है जिससे आप अपने वीर्यपात को कंट्रोल करना सीख सकते हैं। इसे करने के लिए, आपको अपनी उत्तेजना के स्तर को समझना होगा। जब आप सेक्स कर रहे हों और आप महसूस करें कि चरम पर पहुँचने वाले हैं, तो उस समय सब कुछ रोक दें। थोड़ी देर के लिए ठहर जाएं, शांत हो जाएं, गहरी सांस लें, और जब आपको लगे कि अब कंट्रोल में हैं, तब फिर से शुरुआत करें।
इसे आप बार-बार करें। इसके लिए आपको और आपके पार्टनर को धैर्य रखना पड़ेगा, पर यकीन मानिए इससे फर्क पड़ेगा। इस तकनीक का मकसद है आपकी संवेदनशीलता और संभोग के दौरान आपकी प्रतिक्रिया को समझना और उस पर नियंत्रण पाना।शुरुआत में यह थोड़ा मुश्किल लग सकता है, लेकिन जैसे-जैसे आप इसे अभ्यास करेंगे, आपको अपने उत्तेजना के स्तर को पहचानने और उसे कंट्रोल करने में महारत हासिल होगी। ‘स्टार्ट-स्टॉप’ तकनीक को आप मास्टरबेशन के दौरान भी आजमा सकते हैं। इससे आपको बिना किसी दबाव के अभ्यास करने का मौका मिलेगा और आप खुद को और बेहतर समझ पाएंगे।
कीगल व्यायाम शीघ्रपतन में फायदेमंद ज़बरदस्त तरीका – जानिए कैसे आसानी से करें ये व्यायाम

केगल एक्सरसाइज’ यानी की पेल्विक फ्लोर मसल्स (Pelvic Floor Muscles) को मजबूत करने की कसरत होती है। ये वो मसल्स होती हैं जो आपके पेशाब को रोकने में मदद करती हैं। तो, इन्हें मजबूत करने से आप शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) पर कंट्रोल पा सकते हो।
सबसे पहले तो आपको अपनी ‘पेल्विक फ्लोर मसल्स’ पहचाननी होंगी। पेशाब करते समय बीच में रोककर देखो। जो मसल्स काम कर रही होंगी, वही आपकी पेल्विक फ्लोर मसल्स हैं। अब जब आप उन्हें पहचान जाओ, तो एक्सरसाइज करने का तरीका यह है:
- आराम से बैठ जाओ या लेट जाओ।उन मसल्स को सिकोड़ो जैसे की आप पेशाब रोक रहे हों, लेकिन पेशाब नहीं कर रहे हों तो भी।
- इस सिकुड़न को करीब 3 से 5 सेकंड तक रखो।
- फिर आराम से छोड़ दो।
- इसे दिन में कई बार करो, लेकिन एक बार में 10 से ज्यादा बार नहीं।
- शुरुआत में थोड़ी मुश्किल हो सकती है, पर जैसे-जैसे आप अभ्यास करते जाओगे, आपकी ‘पेल्विक फ्लोर मसल्स’ मजबूत होती जाएंगी। और याद रखो, केगल करते समय अपने पेट, जांघों या बट की मसल्स को ना सिकोड़ें। सिर्फ और सिर्फ पेल्विक फ्लोर मसल्स पर ध्यान दो। और हां, रोजाना इसे करने से आपको शीघ्रपतन में काफी फर्क दिखाई देगा।
केगल व्यायाम, जो पेल्विक फ्लोर मसल्स को मजबूत करते हैं, भी शीघ्रपतन में सुधार ला सकते हैं। इन व्यायामों को नियमित रूप से करने से वीर्यपात को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
साथ ही, यौन संबंध के दौरान विभिन्न स्थितियों का प्रयोग करना और माइंडफुलनेस तकनीकों का उपयोग करना भी उत्तेजना को देरी से लाने में मदद कर सकता है।
इन तकनीकों का अभ्यास करके और उन्हें अपनी सेक्स लाइफ में शामिल करके, आप अपने शीघ्रपतन के मुद्दे को कम कर सकते हैं और अपने और अपने साथी के लिए अधिक संतोषजनक यौन अनुभव बना सकते हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट से मदद कब लें

यदि आपने घरेलू नुस्खे और खुद की मदद के तरीके आजमा लिए हैं और फिर भी शीघ्रपतन में सुधार नहीं हो रहा, तो हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लेना उचित हो सकता है। एक सेक्स थेरेपिस्ट या यौन स्वास्थ्य विशेषज्ञ (Sexual Health Specialist) आपके लिए उपयुक्त उपचार की सिफारिश कर सकते हैं।
कभी-कभी शीघ्रपतन का कारण कोई गहरी चिकित्सा स्थिति हो सकती है, जिसका पता लगाना और उपचार करना जरूरी होता है। इसलिए, यदि आपको लगता है कि यह समस्या आपके रिश्ते या आपकी मानसिक शांति पर गंभीर प्रभाव डाल रही है, तो बिना झिझक के हेल्थ एक्सपर्ट से संपर्क करें। वे आपको सही मार्गदर्शन और उपचार प्रदान करेंगे।








